Sunday, July 11, 2021

एक ग़ज़ल (चंद अश'आर)

(इस ग़ज़ल का आनंद लें। यदि सुनना है तो नीचे दिये लिंक को क्लिक करे।)

 
शराब पी ली है हमने बुरा किया क्या है
किसी ने पूछा नहीं तब भी के हुआ क्या है 

नहीं शराब जो पीते तो हम भी क्या करते
जुदा जिगर से हुआ यार अब बचा क्या है

जो दिल ही टूट न जाये क्षाराब पी लेना
हरेक आह पे हो जाम तो बुरा क्या है

सपन शराब तो पीने की चीज़ होती है
इसे भी छोड़ दें तो फिर कहो मज़ा क्या है  

(सपन 11.07.2021)



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