‘‘ब्राह्मणत्व की प्राप्ति’’
=====================
महाभारत की कथा की 71वीं कड़ी में प्रस्तुत यह लोककथा।
यह एक अनूठी कहानी है, जिसमें प्रतापी राजा गाधि के पुत्र विश्वामित्र की कथा है। किस प्रकार उनकी सेना को पराजय मिलती है और किस प्रकार वे ब्राह्मणत्व की प्रप्ति हेतु तप करते हैं। इस कथा से यह प्रमाण भी मिलता है कि पूर्वकाल में जाति कर्म के आधार पर होती थी न कि जन्म के आधार पर। आप भी पढ़ें और आनन्द लें। इसे विस्तार से पढ़ने के लिये नीचे दिये लिंक को क्लिक करें अथवा चित्र में इस कथा को पढ़ें।
http://pawanprawah.com/admin/photo/up2808.pdf
http://pawanprawah.com/paper.php?news=2808&page=10&date=05-02-2018
विश्वजीत ‘सपन’
=====================
महाभारत की कथा की 71वीं कड़ी में प्रस्तुत यह लोककथा।
यह एक अनूठी कहानी है, जिसमें प्रतापी राजा गाधि के पुत्र विश्वामित्र की कथा है। किस प्रकार उनकी सेना को पराजय मिलती है और किस प्रकार वे ब्राह्मणत्व की प्रप्ति हेतु तप करते हैं। इस कथा से यह प्रमाण भी मिलता है कि पूर्वकाल में जाति कर्म के आधार पर होती थी न कि जन्म के आधार पर। आप भी पढ़ें और आनन्द लें। इसे विस्तार से पढ़ने के लिये नीचे दिये लिंक को क्लिक करें अथवा चित्र में इस कथा को पढ़ें।
http://pawanprawah.com/admin/photo/up2808.pdf
http://pawanprawah.com/paper.php?news=2808&page=10&date=05-02-2018
विश्वजीत ‘सपन’
No comments:
Post a Comment